Thursday, October 14, 2010

समय

Kavtia: समय

समय ये जो बीत गया,
क्या कभी वापस आएगा!
जो हम लोग ने खोया पाया,
क्या कभी वापस आ पायेगा!
समय ये जो बीत गया ,
हमें बाद मै जरुर रुलायेगा!
सुखी और संपन्न लोगो को,
बहुत हसाएगा ये समय!
मेरे जैसे भाग्यहीन गरीब लोगो को,
पल पल रुलायेगा ये समय!
ये जो बीत गया समय,
कभी वापस नहीं आता!
जैसे हर वर्ष कलेंडर बदलते है,
वैसे पल पल समय के साथ,
इस दुनिया मै लोगो के नए चेहरे बदलते है!
हर चेहरे के पीछे एक नया चेहरा,
जो समय के साथ बदलता है!!
समय ये जो बीत गया,
कभी न वापस आया है,
और इस दुनिया मै जो समय के पीछे भागे,
उन्ही के भाग समय से जागे!!
तभी तो कवि अभिषेक कहते है
समय बड़ा बलवान है,

Mahendra Mahara (Abhishek)

2 comments:

  1. कविता...शब्दों को चुन-चुन कर तराशा है आपने ...प्रशंसनीय रचना।

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  2. Thanks Sanjay ji
    pata nahi wise mai likhta nahi par kabhi man mai atta hai to likhne baith jata hooo aur jo man mai aa jata hai usse likh leta hoo.

    Thanks

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